कोरोनावायरस (2019 nCoV)
🤧कोरोनावायरस (2019 nCoV)🤧
कोरोनावायरस (2019 nCoV) एक प्रकार का नया वायरस है जो सामान्य सर्दी से लेकर गंभीर बीमारियों जैसे (MERS-CoV) और (SARS-CoV) का कारण बनता है। यह सभी बीमारियाँ किसी न किसी प्रकार के कोरोनावायरस से सम्बंधित है जो कि हमारे शरीर के ऊपरी और निचली श्वसन प्रणाली (RESPIRATORY SYSTEM) को प्रभावित करती है।
कोरोनावायरस नाम लैटिन शब्द कोरोना से लिया गया है, जिसका अर्थ होता है मुकुट या प्रभामंडल, जो वायरस के कणों की विशेषता को दर्शाता है।
कोरोना वायरस (2019-nCoV) एक नये वायरस का प्रकार है जो पहले मनुष्यों में नहीं पाया गया। कोरोना वायरस ज़ूनोटिक (ZOONOTIC) है अथार्त यह पशुओं से मनुष्यों में फैला है। इसके आलावा यह मनुष्यों के द्वारा भी मनुष्यों में फैल सकता है।
कोरोना वायरस के अन्य प्रकार जो पशुओं से मनुष्यों में हस्तांतरित हुए।
(MERS-CoV) : यह वायरस एक प्रकार के ऊँट (DROMEDARY CAMELS) से मनुष्यों में आया है।(SARS-CoV) : यह वायरस एक प्रकार की बिल्ली (CIVET CATS) से मनुष्यों में आया है।
कोरोनावायरस (2019 nCoV) कैसे मनुष्यों में फैला, दुनियाभर के विरोलॉजिस्ट इसका पता लगाने में जुटे हुए है।
कोरोनावायरस (CORONAVIRUS) के फैलने की शुरुआत सबसे पहले चीन (CHINA) के शहर वुहान (WUHAN) में ३१ दिसंबर २०१९ को हुई। इस के बाद भारी संख्या में लोग इसका शिकार होने लगे। अब यह वायरस कई अन्य देशों में भी फैल रहा है। कितने ही लोग इस वायरस का शिकार होकर अपनी जान गवा चुके है। भारत में भी हाल में कुछ संग्धित मामले सामने आये है।
वायरस का एक नया प्रकार होने के कारण इसकी अभी कोई वैक्सीन (VACCINE) उपलब्ध नहीं है।
आइए जानते है वायरस और बैक्टीरिया क्या होते है।
३० जनवरी २०२० को WHO ने नए कोरोनोवायरस को सार्वजनिक रूप से अंतर्राष्ट्रीय चिंता का स्वास्थ्य आपातकाल घोषित कर दिया है। (GLOBAL HEATH EMERGENCY)
विश्व स्वास्थय संगठन ने कोरोनावायरस को आधिकारिक नाम COVID-19 दिया है। जिसमे CO से तात्पर्य कोरोना VI का मतलब वायरस और D से तात्पर्य डिजीज (बीमारी) से है, जबकि 19 वर्ष को बताता है।
विश्व स्वास्थय संगठन ने कोरोनावायरस को आधिकारिक नाम COVID-19 दिया है। जिसमे CO से तात्पर्य कोरोना VI का मतलब वायरस और D से तात्पर्य डिजीज (बीमारी) से है, जबकि 19 वर्ष को बताता है।
आइए जानते है वायरस और बैक्टीरिया क्या होते है।
वायरस और बैक्टीरिया में अंतर (DIFFERENCE BETWEEN VIRUS AND BACTERIA)
वायरस एक छोटा संक्रामक विषाणु है जो केवल अन्य जीवों की जीवित कोशिकाओं के अंदर पनपता है। वायरस बैक्टीरिया के मुकाबले बहुत ही छोटे होते है। वायरस जानवरों और पौधों से लेकर सूक्ष्मजीवों तक और बैक्टीरिया सहित सभी प्रकार के जीवन रूपों को संक्रमित कर सकते हैं। वायरस बहुत ही अदभुत होते हैं क्योंकि यह जीवित सूक्ष्म जीव और ग़ैर जीवित वस्तुओं जैसे प्रतीत होते हैं।
वायरस को देखने के लिए इलेक्ट्रान माइक्रोस्कोप की जरुरत होती है।
बैक्टीरिया एक कोशिका वाले सूक्ष्मजीव हैं जो हवा,मिट्टी और पानी में प्रचुर मात्रा में मौजूद हैं। उनकी प्रकृति से, वे पौधों, मनुष्यों और उनके संपर्क में आने वाले अन्य जानवरों के स्वास्थ्य के लिए या तो "अच्छे" (लाभकारी) या "बुरे" (हानिकारक) हो सकते हैं।
बैक्टीरिया वायरस से बड़े होते है।
बैक्टीरिया को देखने के लिए लाइट माइक्रोस्कोप की जरुरत होती है।
दोनों ही मनुष्यों में अनेक प्रकार की बीमारियाँ फैलाने का कारण बनते है। एंटीबायोटिक बैक्टीरिया पर कारगर होती है वायरस पर नहीं।
कोरोनावायरस संक्रमण के लक्ष्ण (SYMPTOMS OF CORONAVIRUS INFECTION)
संक्रमण के सामान्य संकेतों में श्वसन संबंधी लक्षण, बुखार, खांसी और सांस लेने में तकलीफ शामिल हैं।
अधिक गंभीर मामलों में, संक्रमण से निमोनिया, गंभीर तीव्र श्वसन सिंड्रोम, गुर्दे की विफलता और यहां तक कि मृत्यु भी हो सकती है।
खुद को और दूसरों को बचाने के लिए सामान्य एहतियात (Protect Yourself and Others getting sick)
- समय-समय पर अपने हाथों को साबुन 🧼व अल्कोहल आधारित सनिटिज़ेर 🧴 की मदद से साफ़ करें। खांसते🤭और छींकते 🤧 वक्त टिश्यू पेपर का इस्तेमाल करें। इस्तेमाल किये टिश्यू को तुरंत डस्टबिन में फेंक दें और हाथों को साबुन व सनिटिज़ेर से साफ कर लें। 😷डिस्पोजेबल मास्क का इस्तेमाल करें। बुखार🤒 और खांसी वाले किसी भी व्यक्ति के निकट संपर्क से बचें। यदि आपको बुखार, खांसी और सांस लेने में कठिनाई हो रही है, तो जल्दी से डॉक्टर को दिखाए और अपने चिकित्सक के साथ पिछली यात्रा ✈ के इतिहास को साझा करें। कच्चे या अधपके पशु उत्पादों 🍖के सेवन से बचना चाहिए। खुले में न थूके। एक दूसरे को हैंड शेक 🤝 करने की जगह प्रणाम 🙏 करें।
मौसम का बदलाव वायरस और बैक्टीरिया के पनपने का सबसे अच्छा समय होता है। अधिकतर लोग मौसम परिवर्तन के दौरान ही इनकी चपेट में आते हैं। इसलिए मौसम परिवर्तन के दौरान हमें कुछ सामान्य सावधानियाँ अपनानी चाहिए - जैसे कि फल -सब्जियाँ को अच्छी तरह धोकर खाये , अपने घर और आस-पास साफ़-सफ़ाई रखें , हाथों को साबुन और सांइटिज़ेर से साफ़ करें, हो सके तो मौसमी फल सब्जियों का ही सेवन करें, अच्छा और पौष्टिक भोजन करें, आधा पका और कच्चा मांस न खाये, सर्दी लगने से अपने आप को बचाए इत्यादि।
किसी बीमारी से भयभीत न हो अपितु ऊपर वर्णित सावधानियों को अपनाकर अपने और अपने परिवार को सुरक्षित करें अथवा अन्य लोगों को भी इसकी जानकारी दें।
पौष्टिक और संतुलित आहार , व्यायाम और योग करने से हमारी प्रतिरक्षा प्रणाली (IMMUNE SYSTEM) मजबूत होती है , जो हमें विभिन्न प्रकार की बीमारियों से लड़ने की शक्ति प्रदान करती है। अपनी कमजोर प्रतिरक्षा प्रणाली के कारण आज हम कई प्रकार के वायरस और बैक्टीरिया की चपेट में हैं।
हमारा अच्छा स्वास्थय ही हमारी असली पूँजी है।
😀HEALTH IS WEALTH😀
टिप्पणियाँ